August 10, 2025

 

अभियुक्तगण सोशल मीडिया पर विज्ञापन के माध्यम से विभिन्न व्हाटसप ग्रुपों में जोड़कर ऑनलाईन ट्रेडिंग / आईपीओ में निवेश कर अधिक मुनाफे का लालच देकर पीड़ितों से अलग-अलग खातों में जमा करवाते थे धनराशि

अभियुक्त द्वारा पीडित को एम – स्टॉक मिरे एसेट विदेशी कम्पनी का प्रतिनिधि बताकर की गयी लगभग 90 लाख रूपये की धोखाधडी

पीडित के साथ ठगी गयी धनराशि लाभ सहित फर्जी एप में मुनाफे सहित दिखायी जाती थी

गिरफ्तार अभियुक्त के यूको बैंक के खाते में विगत 05 माह में लगभग 75 लाख रूपये की धनराशि का लेन-देन प्रकाश में आया

अभियुक्तों से घटना में प्रयुक्त 05 अदद मोबाइल फोन, 09 सिम कार्ड, 04 चैक बुक, 02 डेबिट कार्ड, 01 पास बुक, 02 आधार कार्ड, पैन कार्ड 01 बरामद

देहरादून। पुलिस महानिदेशक, दीपम सेठ के मार्गदर्शन में पुलिस महानिरीक्षक, नीलेश आनन्द भरणे द्वारा साइबर पुलिस का नेतृत्व किया जाता है।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ, नवनीत सिंह द्वारा जानकारी देते हुये बताया कि एक प्रकरण जनपद नैनीताल निवासी पीड़ित द्वारा माह सितम्बर 2024 में दर्ज कराया जिसमें उनके द्वारा माह अगस्त-सितम्बर 2024 में उन्हें फेसबुक पर एकविज्ञापन देखा जिसमें क्लिक करते ही एक अज्ञात व्हाटसपग्रुप जे 07 फ्यूचर कैपिटल इन्वेस्टमेंट मैनेजमेंट ग्रुप एम .स्टॉक्स से जुडना बताया गया। तथा उक्त ग्रुप में ऑनलाईन शेयर ट्रेडिंग हेतु प्रशिक्षित किया जाना बताया। ग्रुप में पूर्व से जुडे लोगों द्वारा अपने प्रॉफिट की धनराशि संबंधी स्क्रीनशॉट शेयर किये जाते थे। शिकायतकर्ता को ऑनलाईन ट्रेडिंग में इन्वेस्टमेण्ट करने के लिये अभियुक्तगणों द्वारा व्हाटसप के माध्यम से उपलब्ध कराये गये विभिन्न बैंक खातो में लगभग 90 लाख रुपये की धनराशि धोखाधड़ी से जमा करायी गयी।

प्रकरण की गम्भीरता के दृष्टिगत वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, एसटीएफ उत्तराखण्ड के दिशा निर्देशन में विवेचना शरद चौधरी निरीक्षक, साईबर क्राईम पुलिस स्टेशन, कुमाऊँ परिक्षेत्र, रूद्रपुर के सुपुर्द कर अभियोग के शीघ्र अनावरण हेतु आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये। साईबर क्राईम पुलिस द्वारा घटना में प्रयुक्त बैंक खातों/ रजिस्टर्ड मोबाइल नम्बरों / व्हाट्सअप की जानकारी हेतु सम्बन्धित बैंकों, सर्विस प्रदाता कम्पनियों, मेटा कम्पनी से पत्राचार कर कर डेटा प्राप्त किया गया। प्राप्त डेटा के विश्लेषण से जानकारी मे आया कि साईबर अपराधियो द्वारा घटना में पीड़ित से शेयर ट्रेडिंग में लाभ कमाने के नाम पर विभिन्न बैंक खातों में धनराशि स्थानान्तरित करवायी गयी ।
विवेचना के दौरान साईबर थाना पुलिस टीम द्वारा अभियोग में प्रकाश में आए बैंक खातों तथा मोबाइल नम्बरों का सत्यापन किया गया । पुलिस टीम द्वारा तकनीकी / डिजिटल साक्ष्य एकत्र कर घटना के मास्टर मांइड व मुख्य आरोपीगण संतोष कुमार मीणा पुत्र शिवराम मीणा निवासी ग्राम कटकड खेडा, थाना सदर, हिंडोन सिटी, जिला करौली, राजस्थान हाल निवासी- म0नं0 172/133 सैक्टर 17, निकट रावत पब्लिक स्कूल प्रतापनगर थाना प्रतापनगर जयपुर, राजस्थान, नीरज कुमार मीणा पुत्र लाखन लाल मीणा निवासी ग्राम घाटियाँन का पुरा, कटकड़ थाना सदर, हिंडोन सिटी, जिला करौली, राजस्थान हाल निवासी म0नं0 172/133 सैक्टर 17, निकट रावत पब्लिक स्कूल प्रतापनगर थाना प्रतापनगर जयपुर, राजस्थानको चिन्ह्ति करते हुये अभियुक्तों की तलाश जारी की तथा अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु कई स्थानो पर दबिशें दी गयी। साईबर टीम द्वारा अथक मेहनत एवं प्रयास से तकनीकी संसाधनों का प्रयोग करते हुये साक्ष्य एकत्रित कर अभियोग में प्रकाश में आये अभियुक्तगणों संतोष कुमार मीणा पुत्र शिवराम मीणा व नीरज कुमार मीणा पुत्र लाखन लाल मीणा को जयपुर राजस्थान से गिरफ्तार किया गया। तलाशी में अभियुक्तगणों से घटना में प्रयुक्त 05 अदद मोबाइल फोन, 09 सिम कार्ड, 04 चैक बुक, 02 डेबिट कार्ड, 01 पास बुक, 02 आधार कार्ड, 01पैन कार्ड भी बरामद हुए है ।

अभियुक्तगणों द्वारा फेसबुकपर विज्ञापन प्रकाशित किया जाता था जिसमें क्लिक करने पर पीडित स्वतः ऑनलाईन ट्रेडिंग सम्बन्धी व्हाटसप ग्रुपों J07 फ्यूचर कैपिटल इन्वेस्टमेंट मैनेजमेंट ग्रुप एम .स्टॉक्स, कुर्ती 175 जुड जाते थे जिसमें ऑनलाईन ट्रेडिंग करने पर शार्ट टर्म में अधिक मुनाफा कमाने का झांसा देकर इन्वेस्ट के नाम पर लाखों रुपये की धोखाधड़ी की जा रही थी। जिनके द्वारा व्हाटसप ग्रुपों में अलग-अलग शेयरमें इन्वेस्ट करने के नाम पर लाभ प्राप्त होने के फर्जी स्क्रीनशॉट भेजकर खुद को अधिक लाभ होने की बातें करते थे। जिससे ग्रुप में जुडे अन्य पीड़ित इनके झांसे में आकर धनराशि इन्वेस्ट कर देते थे । इन्वेस्ट की गयी धनराशि में मुनाफा दिखाने हेतु यह एक फर्जी एप का प्रयोग करते थे तथा उसके डैशबोर्ड पर पीडितों द्वारा इन्वेस्ट की गयी धनराशि को भारी लाभ के साथ दिखाया जाता था । जिससे पीड़ित को अधिक मुनाफा होने का भरोसा हो जाता था । परन्तु स्वयं के साथ हो रही साईबर धोखाधड़ी का अंदेशा नही हो पाता था । अपराधियों द्वारा धोखाधडी से प्राप्त धनराशि को विभिन्न बैक खातों में प्राप्त कर उक्त धनराशि को अन्य खातों में स्थानान्तरण कर दिया जाता था। साईबर पुलिस देश भर में विभिन्न राज्यों से प्राप्त शिकायतों के सम्बन्ध में जानकारी हेतु अन्य राज्यों की पुलिस के साथ संपर्क कर रही है।

प्रारम्भिक पूछताछ में अभियुक्तगणों ने साईबर अपराध हेतु जिन बैंक खातों का प्रयोग किया गया है उसमें मात्र 4-5 माह में ही लाखों रूपयों का लेन-देन होना प्रकाश में आया है। जाँच में यह भी प्रकाश में आया है कि अभियुक्तगण के बैंक खाते के विरुद्ध देश के कई राज्यों में कुल 06 साईबर अपराधों की शिकायतें दर्ज हैं।

गिरफ्तार व्यक्तियों के नाम व पता-

संतोष कुमार मीणा पुत्र शिवराम मीणा निवासी ग्राम कटकड खेडा, थाना सदर, हिंडोन सिटी, जिला करौली, राजस्थान हाल निवासी- म0नं0 172/133 सैक्टर 17, निकट रावत पब्लिक स्कूल प्रतापनगर थाना प्रतापनगर जयपुर, राजस्थान

नीरज कुमार मीणा पुत्र लाखन लाल मीणा निवासी ग्राम घाटियाँन का पुरा, कटकड़ थाना सदर, हिंडोन सिटी, जिला करौली, राजस्थान हाल निवासी म0नं0 172/133 सैक्टर 17, निकट रावत पब्लिक स्कूल प्रतापनगर थाना प्रतापनगर जयपुर, राजस्थान

बरामदगी
05 मोबाइल फोन
09 विभिन्न कम्पनियों के सिम कार्ड
04 चैक बुक, 01 पास बुक
02 डेबिट कार्ड
02 आधार कार्ड
01 पैन कार्ड

पुलिस टीम

निरीक्षक शरद चौधरी
अपर उपनिरीक्षक सत्येन्द्र गंगोला
हे0का0 मनोज कुमार
कानि0 मौ0 उस्मान

टैक्निकल टीम
कानि0 अंकुर मेहरा

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ उत्तराखण्ड, नवनीत सिंह द्वारा जनता से अपील की है कि वे किसी भी प्रकार के लोक लुभावने अवसरों/फर्जी साईट/धनराशि दोगुना करने व टिकट बुक करने वाले अंनजान अवसरो के प्रलोभन में न आयें । साथ ही, सभी से अपील है कि वे फर्जी निवेश ऑफर जैसे यूट्यूब लाइक सब्सक्राइब, टेलीग्राम आधारित निवेश वेबसाइट ऑफर में निवेश न करें व किसी भी अन्जान व्यक्ति के सम्पर्क में न आये अथवा न ही किसी भी अन्जान व्यक्ति से सोशल मीडिया पर दोस्ती न करें। किसी भी अन्जान कॉल आने पर लालच में न आये, अन्जान कॉलर की सत्यता की जांच करे बिना किसी भी प्रकार की सूचना / दस्तावेज न दें । किसी भी प्रकार के ऑनलाईन जॉब हेतु एप्लाई कराने से पूर्व उक्त साईट का पूर्ण वैरीफिकेशन सम्बन्धित कम्पनी आदि से भलीं भांति इसकी जांच पड़ताल अवश्य करा लें तथा गूगल से किसी भी कस्टमर केयर नम्बर सर्च न करें ।आजकल सोशल मीडिया पर तेजी से बढ़ रहे इन्वेस्टमेंट स्कैम्स ने लाखों लोगों को अपना शिकार बनाया है। यह स्कैम्स सस्ती वेबसाइट्स और नकली रिव्यू प्रोग्राम्स के माध्यम से लोगों को पहले छोटे-छोटे इनाम देकर भरोसा जीतते हैं और फिर धीरे-धीरे उन्हें भारी रकम निवेश करने पर मजबूर कर देते हैं। कहीं भी पैसा कमाने के चक्कर में इन्वेस्ट ना करेंव शक होने पर तत्काल निकटतम पुलिस स्टेशन या साइबर क्राईम पुलिस स्टेशन को सम्पर्क करें । वित्तीय साईबर अपराध घटित होने पर तुरन्त 1930 नम्बर पर सम्पर्क करें ।

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