मुख्यमंत्री के “नशा मुक्त उत्तराखंड” अभियान को सफल बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं एसएसपी मणिकांत मिश्रा
एमडीएमए, जिसे ‘एक्स्टसी’ या ‘मौली’ के नाम से भी जाना जाता है, एक शक्तिशाली सिंथेटिक ड्रग है
यह उत्तेजक और मतिभ्रम दोनों के रूप में कार्य करती है, यह केंद्रीय तंत्रिका तंत्र को प्रभावित करती है, जिससे उत्साह, ऊर्जा में वृद्धि, सहानुभूति और समय व धारणा में विकृति जैसे प्रभाव उत्पन्न होते हैं
इसे अक्सर रेव पार्टियों और क्लबों में ‘पार्टी ड्रग’ के रूप में इस्तेमाल किया जाता है. एमडीएमए का अत्यधिक सेवन हृदय संबंधी समस्याओं, अतिताप (हाइपरथर्मिया), गुर्दे की विफलता और यहां तक कि मृत्यु का कारण भी बन सकता है
आरोपियों से 01 अवैध पिस्टल और तस्करी मोटरसाइकिल भी बरामद
उधमसिंह नगर। आज बगवाड़ा मंडी के पास सघन चेकिंग के दौरान हुई. पुलिस ने बड़े ट्रकों की पार्किंग से दो संदिग्ध व्यक्तियों को हिरासत में लिया, जिनकी पहचान आकाश दीप (22 वर्ष), निवासी तिकोनिया खीरी, लखीमपुर खीरी, उत्तर प्रदेश और अर्पित सिंह (20 वर्ष), निवासी आइडिया कॉलोनी, लालपुर, किच्छा, ऊधमसिंह नगर के रूप में हुई ।
तलाशी के दौरान, उनके पास से 16 ग्राम मेथामफेटामाइन (एमडीएमए) बरामद की गई, जिसकी अनुमानित कीमत ₹5.50 लाख है, इसके साथ ही, पुलिस ने एक अवैध पिस्टल, दो मोबाइल फोन और एक टीवीएस स्पोर्ट्स मोटरसाइकिल भी जब्त की।
गिरफ्तार अभियुक्तों के खिलाफ कोतवाली रुद्रपुर में एफआईआर एनडीपीएस अधिनियम और 3/25 आयुध अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस एमडीएमए के स्रोत और उनके नेटवर्क के बारे में विस्तृत पूछताछ कर रही है ।
इस सफल अभियान में प्रभारी निरीक्षक मनोज रतूड़ी, कोतवाली रुद्रपुर, निरीक्षक राजेश पाण्डेय, एएनटीएफ प्रभारी, एसएसआई. नवीन बुधानी, कोतवाली रुद्रपुर, उपनिरीक्षक कौशल भाकुनी, एएनटीएफ, उपनिरीक्षक सुरेंद्र रिंगवाल, कोतवाली रुद्रपुर, कांस्टेबल विनोद खत्री, एएनटीएफ, कांस्टेबल ललित मोहन, कोतवाली रुद्रपुर, महिला कांस्टेबल कंचन चौधरी, एएनटीएफ शामिल रहे।
*ऊधमसिंह नगर पुलिस, नशा मुक्त समाज के निर्माण के लिए प्रतिबद्ध है और ऐसे असामाजिक तत्वों के खिलाफ अपनी कार्रवाई जारी रखेगी।*