उधमसिंह नगर। मुख्यमंत्री उत्तराखंड, पुष्कर सिंह धामी के गंभीर निर्देशों के क्रम में, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, ऊधमसिंह नगर, मणिकांत मिश्रा के नेतृत्व में “ऑपरेशन कालनेमी” के तहत ढोंगी पीर-फकीरों के विरुद्ध एक बड़ी और प्रभावी कार्रवाई की गई है। मुख्यमंत्री ने पूर्व में भी ऐसे तत्वों द्वारा गरीब, असहाय, पीड़ित और दुखी लोगों के शोषण पर चिंता व्यक्त करते हुए इस विषय पर ध्यान आकर्षित किया था, जिसके परिणामस्वरूप यह विशेष अभियान प्रारंभ किया गया।
66 संदिग्ध पीर-फकीर हिरासत में, आपराधिक प्रवृत्ति पर शिकंजा
आज ‘ऑपरेशन कालनेमी’ के तहत ऊधमसिंह नगर जनपद में 66 ऐसे पीर-फकीरों को हिरासत में लिया गया है जो आपराधिक प्रवृत्ति के पाए गए हैं और आमजन को भ्रमित कर उनका शारीरिक, मानसिक या आर्थिक शोषण करते हैं। हिरासत में लिए गए।
लोगों में प्रमुख रूप से शामिल हैं
चुन्नू मियां पुत्र वहीद निवासी , टंडोला, थाना पूरनपुर, जनपद पीलीभीत, उत्तर प्रदेश
नाजिम पुत्र रिफागतअली निवासी गया, बिहार (हाल निवासी ट्रांजिट कैंप,)
अफजल पुत्र इस्तखार मूल निवासी शाहजहांपुर, उत्तर प्रदेश (हाल निवासी थाना झनकईया, ऊधमसिंह नगर)
परवेज पुत्र तालिब हुसैन निवासी ग्राम जमुनिया खास, थाना माधव टांडा, जनपद पीलीभीत, उत्तर प्रदेश
इम्तियाज अली पुत्र जफर अली निवासी खटीमा (हाल पता जनपद पीलीभीत, उत्तर प्रदेश)
तारीख अहमद पुत्र हामिद निवासी थाना गजरौला, जनपद पीलीभीत, उत्तर प्रदेश
मोहम्मद आसिफ पुत्र असगर अली निवासी ग्राम जमुनिया, बीसलपुर, जनपद पीलीभीत
एवं 66 अन्य संदिग्ध भी शामिल हैं।
पुलिस द्वारा ऐसे कई पीर-फकीरों को भी चिन्हित किया गया है जो सीमावर्ती जनपदों जैसे रामपुर, बिजनौर, पीलीभीत या आसपास के कई अन्य जनपदों से आकर ऊधमसिंह नगर में अवैध गतिविधियों में लिप्त हैं। उनके विरुद्ध भी शीघ्र ही कड़ी विधिक कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। यह उल्लेखनीय है कि कुछ समय पूर्व ही ऊधमसिंह नगर जनपद में कुछ ऐसे पीर और बाबाओं को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है, जिन पर बलात्कार और अनहोनी होने के नाम पर जबरदस्ती धन ऐंठने के गंभीर आरोप हैं। विधिक कार्यवाही अभी जारी है।
ढोंगियों से रहें सावधान
ऐसे किसी भी पीर-फकीर के बहकावे या भ्रमित करने वाले जाल में न फंसे। धर्म की आड़ में भोले-भाले लोगों का शोषण करने वाले इन ढोंगियों से सावधान रहें।
पुलिस को सूचना दें, नाम रहेगा गोपनीय
यदि आपको इस प्रकार के किसी भी ढोंगी पीर-फकीर की जानकारी प्राप्त होती है, तो तत्काल इसकी सूचना निकटवर्ती थाने या पुलिस चौकी में अवश्य दें। आपकी पहचान पूर्णतः गोपनीय रखी जाएगी। पुलिस ऐसे अपराधियों के विरुद्ध, जो पीड़ित और दुखी व्यक्ति का धर्म की आड़ में शोषण करते हैं, कठोरतम वैधानिक कार्रवाई सुनिश्चित करेगा। यह अभियान जनपद में ऐसे तत्वों के उन्मूलन और जनसुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए लगातार जारी रहेगा।