April 19, 2025

खटीमा। उत्तराखण्ड पावर कारपोरेशन लिमिटेड द्वारा भारत सरकार की महत्वकांक्षी योजना आरडीएसएस के अन्तर्गत प्रदेश भर में स्मार्ट मीटर की स्थापना के कार्य गतिमान हैं। इस योजना के तहत उत्तराखण्ड के 15.87 लाख उपभोक्ताओं के घरों पर स्मार्ट मीटर की स्थापना तथा परिवर्तकों व फीडर्स पर भी स्मार्ट मीटर लगाये जा रहे हैं। यह योजना पूरे देश में चल रही है तथा कई राज्यों में लाखों स्मार्ट मीटर लगाए जा चुके है। इसी क्रम में आज यूपीसीएल टीम द्वारा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निजी आवास तराई नगला खटीमा परिसर में स्मार्ट मीटर की स्थापना की गई। इस मौके पर मुख्यमंत्री द्वारा स्मार्ट मीटर के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त की गई तथा किस प्रकार मीटर का ऑनलाइन डाटा मोबाइल पर देखा जा सकता है, के बारे में यूपीसीएल के अधीक्षण अभियंता शेखर त्रिपाठी जी द्वारा अवगत कराया गया। मुख्यमंत्री द्वारा स्मार्ट मीटर की तकनीकी की सराहना की तथा बताया कि स्मार्ट मीटर की स्थापना सभी विद्युत उपभोक्त्ताओं के लिए लाभप्रद होगी। यह पहल प्रदेश के सम्मानित विद्युत उपभोक्ताओं को भी अपने घरों पर अत्याधुनिक स्मार्ट मीटर लगाने हेतु प्रेरित करेगा। साथ ही मुख्यमंत्री द्वारा विभागीय अधिकारियों को आम जनता के मध्य इस मीटर की विशेषताओं को बताने हेतु व्यापक प्रचार प्रसार करने के निर्देश दिए गए। इस दौरान यूपीसीएल टीम के साथ नितिन भदौरिया, उधमसिंह नगर जिलाधिकारी भी उपस्थित रहे।

प्रबन्ध निदेशक, यूपीसीएल द्वारा राज्य के सभी विद्युत उपभोक्ताओं व सरकारी कार्यालय एवं अधिकारियों को यह नवीन तकनीक पर आधारित अत्याधुनिक स्मार्ट मीटर को अपनाने हेतु अनुरोध किया गया है क्योंकि स्मार्ट मीटर एक ऐसा

आधुनिक बिजली मीटर है जिसका नियंत्रण उपभोक्ताओं के हाथ में होगा। विद्युत उपभोक्ताओं को स्मार्ट मीटर से बिजली खपत से जुड़ी सूचनाओं की ऑनलाईन उपलब्धता, पल-पल के बिजली के उपयोग की जानकारी, सभी जरूरी सूचनाओं के संदेश, गलत बिजली बिल के झंझट से छूटकारा तथा सोलर उपभोक्ताओं को इसी मीटर को नेट मीटर में बदलने की सुविधा इत्यादि सहित आसानी से बिल भुगतान के कई विकल्प उपलब्ध होंगे। इसके अतिरिक्त स्मार्ट मीटर से प्रदेश भर में बिजली चोरी में गिरावट और क्षेत्र में बिजली की आपूर्ति में सुधार जैसे अन्य फायदे भी होंगे।

पूर्व में भी मुख्य सचिव, उत्तराखण्ड शासन द्वारा सभी प्रमुख सचिवों, विभागाध्यक्षों एवं जिलाधिकारियों को पत्र भेजकर भी निर्देशित किया है कि वे अपने अधीनस्थ सरकारी प्रतिष्ठानों/कार्यालयों / भवनों पर प्राथमिकता पर स्मार्ट मीटर लगाने की प्रक्रिया में तेजी लायें और यूपीसीएल को पूर्ण सहयोग प्रदान करें।

स्मार्ट मीटर स्थापित करने से कई महत्वपूर्ण लाभ होंगे, जैसे ऊर्जा की बचत, स्मार्ट मीटर वास्तविक समय में ऊर्जा की खपत की निगरानी करने में मदद करते हैं, जिससे अनावश्यक ऊर्जा खपत को नियंत्रित किया जा सकता है।

बिलिंग प्रक्रिया में पारदर्शिताः स्मार्ट मीटर स्वचालित रूप से खपत डेटा भेजते हैं, जिससे अनुमानित बिलिंग की समस्या समाप्त होती है और उपभोक्ताओं को सही बिल प्राप्त होता है।

बिलिंग सम्बन्धी शिकायतों में अप्रत्याशित कमी से बेहतर उपभोक्ता संतुष्टि।

उपभोक्ता की खपत की डिटेल का विवरण मोबाईल एप पर उपलब्ध।

हर माह मीटर रीडिंग कराने से छुटकारा।

विद्युत फाल्ट व सप्लाई बाधित होने की तुरंत जानकारी।

सोलर लगाने पर यही मीटर नेट मीटर की तरह कार्य करेगा।

मोबाईल एप पर घर में चल रहे लोड की उपलब्ध जानकारी से बिजली की बचत के अवसरों की पहचान।

पुराने मीटर को स्मार्ट मीटर से बदलने पर कोई इंस्टॉलेशन शुल्क नहीं लिया जायेगा।

प्रबन्ध निदेशक द्वारा इस योजना को धरातल पर उतारने हेतु कार्यदायी संस्था तथा सभी क्षेत्रीय अधिकारियों को भी आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये तथा अवगत कराया गया कि स्मार्ट मीटर प्रणाली की स्थापना का यह कदम न केवल वर्तमान चुनौतियों का समाधान करेगा, बल्कि भविष्य में ऊर्जा प्रबन्धन के तरीकों में भी सुधार लायेगा। यह पहल उपभोक्ताओं को बिजली उपयोग के प्रति जागरूक बनायेगी तथा उन्हें बेहतर सेवायें प्रदान करने में मददगार साबित होगी।

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