ऊधमसिंह नगर। पुलिस द्वारा नशे के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत बड़ी सफलता हासिल की है। गदरपुर पुलिस ने एक युवक और एक युवती को 20 ग्राम से अधिक अवैध स्मैक और तस्करी में इस्तेमाल की जा रही मोटरसाइकिल के साथ गिरफ्तार किया है। चौंकाने वाली बात यह है कि गिरफ्तार की गई युवती अपने जेल में बंद भाई की जमानत कराने के लिए यह आपराधिक कृत्य कर रही थी।
क्या है पूरा मामला
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, ऊधमसिंह नगर के निर्देशानुसार क्षेत्राधिकारी बाजपुर के पर्यवेक्षण में गदरपुर थाना पुलिस टीम को बकैनिया, सकैनिया क्षेत्र में शांति व्यवस्था बनाए रखने और संदिग्ध व्यक्तियों व वाहनों की चेकिंग कर रही थी। इसी दौरान एक मोटरसाइकिल (यूके 18टी 4849) पर सवार एक पुरुष और एक महिला को रोककर पूछताछ की गई। पुलिस को देखकर वे घबरा गए, जिससे शक गहराया।
पूछताछ में पुरुष ने अपना नाम संजीव राजपूत (20 वर्ष), पुत्र स्व. ओमप्रकाश, निवासी चिड़ीपुरा, थाना मिलक खानम, जिला रामपुर, उत्तर प्रदेश बताया। महिला ने अपना नाम कुमारी परमजीत कौर (26 वर्ष), पुत्री दयाल सिंह, निवासी ग्राम कलकत्ती, थाना गदरपुर, जिला ऊधमसिंह नगर बताया।
बरामदगी और गिरफ्तारी
पुलिस द्वारा की गई तलाशी में, अभियुक्त संजीव राजपूत के पास से 9.62 ग्राम स्मैक और अभियुक्ता परमजीत कौर के पास से 10.58 ग्राम स्मैक (कुल 20.2 ग्राम अवैध स्मैक) बरामद हुई। इसके साथ ही, तस्करी में इस्तेमाल की जा रही मोटरसाइकिल स्प्लेंडर प्लस (यूके 18टी 4849) को भी जब्त कर लिया गया। दोनों अभियुक्तों को नियमानुसार गिरफ्तार कर लिया गया।
चौंकाने वाला खुलासा
गदरपुर थाने में अभियुक्तों के खिलाफ एफआईआर एनडीपीएस एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। जांच में सामने आया कि अभियुक्ता परमजीत कौर का बड़ा भाई राजेंद्र सिंह उर्फ राजू पुत्र गुरदयाल सिंह, निवासी कलकत्ता, थाना गदरपुर पूर्व में भी कई संगीन अपराधों और मादक पदार्थों की बिक्री के मामले में जेल जा चुका है और वर्तमान में भी न्यायिक हिरासत में है।
पूछताछ के दौरान, परमजीत कौर ने बताया कि उसके भाई राजेंद्र उर्फ राजू के जेल जाने के बाद उसने स्मैक बेचने और कारोबार बढ़ाने के लिए संजीव राजपूत को अपने साथ रखा था। उसने यह भी स्वीकार किया कि वह अपने भाई की जमानत कराने के लिए यह आपराधिक कृत्य कर रही थी।
पुलिस टीम, जिसमें थानाध्यक्ष जसवीर चौहान, उपनिरीक्षक नरेंद्र कुमार (प्रभारी चौकी सकैनिया), उपनिरीक्षक मुकेश मिश्रा, कांस्टेबल नवीन राम, जीवन फुलेरा, कैलाश राम, महिला कांस्टेबल पार्वती गोस्वामी और किरन कंबोज शामिल थीं, जिन्होंने इस कार्रवाई को अंजाम दिया।
अभियुक्तों के आपराधिक इतिहास की जानकारी जुटाई जा रही है और उनके खिलाफ वैधानिक कार्यवाही कर न्यायालय के समक्ष पेश किया जाएगा। यह भी उल्लेखनीय है कि अभियुक्ता परमजीत कौर के खिलाफ पूर्व में भी थाना गदरपुर में मुकदमा पंजीकृत है।
यह गिरफ्तारी नशे के खिलाफ उत्तराखंड पुलिस के जीरो टॉलरेंस की नीति को दर्शाती है।