उधमसिंह नगर। आज वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ऊधमसिंह नगर मणिकांत मिश्रा के कुशल नेतृत्व और जिला पुलिस की तीव्र व प्रभावी कार्रवाई ने एक बार फिर यह प्रमाणित कर दिया है कि अपराध करने वालों को इस जिले में कोई स्थान नहीं मिलेगा। सितारगंज कोतवाली पुलिस ने एक जघन्य वारदात में, जिसमें ताबड़तोड़ फायरिंग कर दहशत फैलाई गई और एक व्यक्ति की हत्या का प्रयास किया गया, तीन मुख्य अभियुक्तों को मात्र 12 घंटे के रिकॉर्ड समय में सफलतापूर्वक गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने उनके कब्जे से घटना में प्रयुक्त 12 बोर की एकनाली बंदूक, एक खाली खोखा कारतूस और एक जिंदा कारतूस भी बरामद किया है, जो इस मामले में महत्वपूर्ण साक्ष्य के रूप में काम करेगा।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ऊधमसिंह नगर मणिकांत मिश्रा ने इस महत्वपूर्ण सफलता पर संतोष व्यक्त करते हुए कहा, “हमारी पुलिस टीम की यह त्वरित और पेशेवर कार्रवाई ऊधमसिंह नगर की जनता को सुरक्षा प्रदान करने की हमारी प्रतिबद्धता का प्रत्यक्ष प्रमाण है। हम हर उस व्यक्ति के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करेंगे जो कानून-व्यवस्था को बिगाड़ने का प्रयास करेगा। अपराधियों को यह समझ लेना चाहिए कि वे किसी भी सूरत में बख्शे नहीं जाएंगे।”
यह सनसनीखेज घटना 19 जून, 2025 की रात्रि लगभग 21:00 बजे की है, जिसने सितारगंज के ग्राम बमनपुरी के शांतिपूर्ण माहौल को अचानक भंग कर दिया। वादी रंजीत सिंह पुत्र श्री बलवीर सिंह, निवासी ग्राम बमनपुरी, सितारगंज ने 20 जून, 2025 को कोतवाली सितारगंज में एक विस्तृत तहरीर दाखिल की। तहरीर के अनुसार, घटना की रात, कुछ अज्ञात अभियुक्त वादी के घर के ठीक बाहर आ गए। उन्होंने वादी का नाम पुकारते हुए और अभद्र गालियां देते हुए उन्हें घर से बाहर निकलने की धमकी देनी शुरू कर दी। वादी के काफी देर तक घर से बाहर न आने पर, अभियुक्तों ने तैश में आकर उनके घर के मुख्य गेट पर लात मारना शुरू कर दिया। जैसे ही रंजीत सिंह घर से बाहर आए और गेट की ओर बढ़े, गेट पर खड़े अभियुक्तों ने जान से मारने की स्पष्ट नीयत से उन पर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। वादी ने तत्परता और सूझबूझ दिखाते हुए खुद का बचाव किया और तुरंत घर के अंदर सुरक्षित पनाह ले ली। फायरिंग की घटना को अंजाम देने के बाद, कुछ समय पश्चात अभियुक्तगण वादी और उनके परिवार के सदस्यों को जान से मारने की गंभीर धमकी देते हुए घटनास्थल से फरार हो गए।
इस गंभीर और भयावह वारदात के बाद, कोतवाली सितारगंज में तत्काल एफआईआर के तहत अभियुक्तों लवप्रीत सिंह, साहब सिंह, शेरा पुत्र और गुरमन के विरुद्ध मामला पंजीकृत किया गया।
एसएसपी के कुशल नेतृत्व में त्वरित कार्रवाई: 12 घंटे में अपराध का पर्दाफाश
भीड़-भाड़ वाले आवासीय क्षेत्र में दिन-दहाड़े हुई फायरिंग की इस वारदात ने पूरे क्षेत्र में भय का माहौल पैदा कर दिया था, मामले की गंभीरता को संज्ञान में लेते हुए, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ऊधमसिंह नगर मणिकांत मिश्रा ने इस वारदात को अंजाम देने वाले अभियुक्तों की त्वरित गिरफ्तारी सुनिश्चित करने हेतु तत्काल निर्देश जारी किए। उन्होंने स्वयं एक विशेष पुलिस टीम का गठन किया, जिसमें अनुभवी अधिकारी और कर्मठ सिपाही शामिल थे, ताकि इस मामले का जल्द से जल्द खुलासा किया जा सके।
गठित पुलिस टीम ने वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में, नामजद आरोपियों की तलाश में युद्धस्तर पर कार्य किया। दिन-रात विभिन्न संभावित ठिकानों पर लगातार दबिशें दी गईं और सटीक खुफिया जानकारी जुटाई गई। इन अथक प्रयासों का परिणाम यह रहा कि महज 12 घंटे के भीतर पुलिस टीम ने अभियोग में नामजद तीन मुख्य अभियुक्तों को गिरफ्तार करने में शानदार सफलता प्राप्त की।
लवप्रीत सिंह उर्फ लवी (उम्र- 25 वर्ष), पुत्र हरमेन्दर सिंह, निवासी दड़हाफार्म (जनता फार्म), थाना कोतवाली सितारगंज, जनपद ऊधमसिंह नगर।
साहब सिंह उर्फ साबे (उम्र- 26 वर्ष), पुत्र गुरनाम सिंह, निवासी ग्राम- नकुलिया, थाना कोतवाली सितारगंज, जनपद ऊधमसिंह नगर।
गुरमन सिंह (उम्र- 24 वर्ष), पुत्र टहल सिंह, निवासी ग्राम ढ्योडार, थाना कोतवाली सितारगंज, जनपद ऊधमसिंह नगर, जो वर्तमान में बंगाली कॉलोनी, वार्ड नंबर 11, सितारगंज में रह रहा था।
इन तीनों अभियुक्तों को सिडकुल फेस-02 के पास से गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तारी के दौरान, अभियुक्त लवप्रीत सिंह उर्फ लवी के कब्जे से घटना में प्रयुक्त 01 अदद एक नाली बंदूक, 01 अदद खाली खोखा कारतूस तथा 01 अदद जिंदा कारतूस (सभी 12 बोर) बरामद किया गया। इस महत्वपूर्ण बरामदगी के आधार पर, अभियोग में भारतीय शस्त्र अधिनियम की धारा 25 (1ख)क की बढ़ोतरी की गई। प्रारंभिक पूछताछ में, गिरफ्तार अभियुक्तगणों ने यह स्वीकार किया कि उन्होंने वादी पर जान से मारने की नीयत से योजनाबद्ध तरीके से फायरिंग की थी, जिसके परिणामस्वरूप अभियोग में भारतीय न्याय संहिता की धारा 3(5) की भी बढ़ोतरी की गई है।
गिरफ्तार किए गए अभियुक्तों के आपराधिक इतिहास का विस्तृत सत्यापन किया जा रहा है ताकि उनके पिछले अपराधों और आपराधिक नेटवर्क का पता लगाया जा सके। सभी अभियुक्तों को न्यायालय में पेश करने की प्रक्रिया गतिमान है। पुलिस टीम अन्य नामजद आरोपियों और इस वारदात में शामिल किसी भी अन्य व्यक्ति की गिरफ्तारी के लिए लगातार दबिशें दे रही है। ऊधमसिंह नगर पुलिस यह स्पष्ट संदेश देना चाहती है कि जिले में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए हरसंभव उपाय किए जाएंगे और किसी भी अपराधी को बख्शा नहीं जाएगा। जनता की सुरक्षा और शांति सुनिश्चित करना पुलिस की सर्वोच्च प्राथमिकता है।
बरामदगी
01 अदद एकनाली बंदूक मय 01 जिंदा व 01 खोखा कारतूस 12 बोर (घटना में प्रयुक्त)।